एलएंडटी कैसे पूरा करेगी 550
किमी पाइप लाइन का काम!
इंदौर। नगर निगम इंदौर द्वारा शहर में पानी की पाइप लाइन डालने के लिए दो कंपनियों को ठेका दिया था! इसमें से एक कंपनी को शहरी क्षेत्र के लगभग 1150 किमी की लाइन डालना थी। इसके काम के लिए नगर गिनम ने कंपनी को दो साल का समय दिया था, लेकिन करीब 20 माह का समय बीतने के बाद आधा काम हुआ है। शेष आधे काम के लिए अब मात्र चार महिने ही बचे हैं।
इंदौर नगर निगम के जल यंत्रालय विभाग द्वारा नई टंकियों से जल प्रदाय के लिए शहरी क्षेत्र में नर्मदा पाइप लाइन का काम करवाया जा रहा है। 20 माह पहले विभाग ने 1150 किमी की पाइप लाइन डालने के लिए एल एंड टी कंपनी को ठेका दिया था तथा दो साल में काम पूरा करने की शर्त रखी गई थी। शर्तो के अनुसार एल एंड टी कंपनी को फरवरी 2020 तक पाइप लाइन का काम पूरा करना है, लेकिन कंपनी ने 20 महिने में मात्र 550 किलोमीटर लाइन का काम ही कर सके ऐसे में कंपनी शेष बचे मात्र चार महिनों में 550 किमी पाइप लाइन का काम कैसे पूरा करेगी। ज्ञात रहे कि एल एंड टी द्वारा किए जा रहे काम टेंडर की शर्तो के अनुसार नहीं होने की शिकायत के बाद जल समिति प्रभारी बलराम वर्मा के निर्देश पर जल यंत्रालय के अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापान किया जा रहा है जिसमें कई जगहों पर खुदाई के बाद ठीके से भराव नहीं करने की शिकायतें आ रही है।
फीडर लाइन का काम बाकी
उक्त 1150 किमी की नर्मदा पाइप लाइन के साथ ही फीडर लाइन का काम भी शुरू किया गया था। फीडर लाइन का काम रामकी कंपनी को दिया गया था। रामकी 20 माह में 55 किमी काम चुकी है जबकि करीब 12 किमी की लाइन शेष बची है।
इंदौर नगर निगम के जल यंत्रालय विभाग द्वारा नई टंकियों से जल प्रदाय के लिए शहरी क्षेत्र में नर्मदा पाइप लाइन का काम करवाया जा रहा है। 20 माह पहले विभाग ने 1150 किमी की पाइप लाइन डालने के लिए एल एंड टी कंपनी को ठेका दिया था तथा दो साल में काम पूरा करने की शर्त रखी गई थी। शर्तो के अनुसार एल एंड टी कंपनी को फरवरी 2020 तक पाइप लाइन का काम पूरा करना है, लेकिन कंपनी ने 20 महिने में मात्र 550 किलोमीटर लाइन का काम ही कर सके ऐसे में कंपनी शेष बचे मात्र चार महिनों में 550 किमी पाइप लाइन का काम कैसे पूरा करेगी। ज्ञात रहे कि एल एंड टी द्वारा किए जा रहे काम टेंडर की शर्तो के अनुसार नहीं होने की शिकायत के बाद जल समिति प्रभारी बलराम वर्मा के निर्देश पर जल यंत्रालय के अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापान किया जा रहा है जिसमें कई जगहों पर खुदाई के बाद ठीके से भराव नहीं करने की शिकायतें आ रही है।
फीडर लाइन का काम बाकी
उक्त 1150 किमी की नर्मदा पाइप लाइन के साथ ही फीडर लाइन का काम भी शुरू किया गया था। फीडर लाइन का काम रामकी कंपनी को दिया गया था। रामकी 20 माह में 55 किमी काम चुकी है जबकि करीब 12 किमी की लाइन शेष बची है।