सहकारिता विभाग की एक माह में दूसरी
कार्रवाई, तीन संस्था अध्यक्षों को हटाया
इंदौर। सहकारिता विभाग इन दिनों सहकारी संस्थाओं पर अनियमितता और लापरवाही बरतने पर अंकुश लगा रहा है। इसी कड़ी में कल तीन सहकारी संस्थाओं के अध्यक्षों को तीन साल के लिए हटा दिया। संस्था अध्यक्षों को विभाग ने नोटिस जारी किया था, नोटिस का जवाब देने की समयसीमा तय की थी, इसके बावजूद अध्यक्षों ने जवाब नहीं दिया। इसके बाद विभाग ने कार्रवाई की।
इन संस्थाओं के कर्ताधर्ताओं ने बीते सालों के दौरान न तो वित्तीय पत्रक पेश किया और नहीं आडिट कराया। विभाग के सहायक रजिस्ट्रार सुरेश सावले ने सभी अध्यक्षों के संबंध में आदेश जारी किए हैं। विभाग ने आडिट नहीं होने के संबंध में पहले इन संस्था अध्यक्षों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, इसके बाद कार्रवाई की थी। सहकारिता विभाग ने जिन तीन संस्थाओं के अध्यक्षों पर कार्रवाई की है। उसमें नटराज गृह निर्माण सहकारी संस्था गुमाश्ता नगर के अध्यक्ष मीनाक्षी गिरीश जाजू, दादाजीन कुशल सूरी गृह निर्माण सहकारी संस्था महेश नगर के अध्यक्ष नीलेश सत्यनारायण तथा समर्थ भूतपूर्व सैनिक गृह निर्माण सहकारी संस्था एमओजी लाइन के अध्यक्ष रसावती शिवमोहन शुक्ला को पद से हटाया है।
इंदौर। सहकारिता विभाग इन दिनों सहकारी संस्थाओं पर अनियमितता और लापरवाही बरतने पर अंकुश लगा रहा है। इसी कड़ी में कल तीन सहकारी संस्थाओं के अध्यक्षों को तीन साल के लिए हटा दिया। संस्था अध्यक्षों को विभाग ने नोटिस जारी किया था, नोटिस का जवाब देने की समयसीमा तय की थी, इसके बावजूद अध्यक्षों ने जवाब नहीं दिया। इसके बाद विभाग ने कार्रवाई की।
इन संस्थाओं के कर्ताधर्ताओं ने बीते सालों के दौरान न तो वित्तीय पत्रक पेश किया और नहीं आडिट कराया। विभाग के सहायक रजिस्ट्रार सुरेश सावले ने सभी अध्यक्षों के संबंध में आदेश जारी किए हैं। विभाग ने आडिट नहीं होने के संबंध में पहले इन संस्था अध्यक्षों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, इसके बाद कार्रवाई की थी। सहकारिता विभाग ने जिन तीन संस्थाओं के अध्यक्षों पर कार्रवाई की है। उसमें नटराज गृह निर्माण सहकारी संस्था गुमाश्ता नगर के अध्यक्ष मीनाक्षी गिरीश जाजू, दादाजीन कुशल सूरी गृह निर्माण सहकारी संस्था महेश नगर के अध्यक्ष नीलेश सत्यनारायण तथा समर्थ भूतपूर्व सैनिक गृह निर्माण सहकारी संस्था एमओजी लाइन के अध्यक्ष रसावती शिवमोहन शुक्ला को पद से हटाया है।